আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - আল-মুখতাচাৰ ফী তাফছীৰিল কোৰআনিল কাৰীমৰ হিন্দী অনুবাদ

পৃষ্ঠা নং:close

external-link copy
3 : 25

وَاتَّخَذُوْا مِنْ دُوْنِهٖۤ اٰلِهَةً لَّا یَخْلُقُوْنَ شَیْـًٔا وَّهُمْ یُخْلَقُوْنَ وَلَا یَمْلِكُوْنَ لِاَنْفُسِهِمْ ضَرًّا وَّلَا نَفْعًا وَّلَا یَمْلِكُوْنَ مَوْتًا وَّلَا حَیٰوةً وَّلَا نُشُوْرًا ۟

मुश्रिकों ने अल्लाह को छोड़कर ऐसे पूज्य बना लिए, जो कोई भी छोटी या बड़ी चीज़ नहीं पैदा कर सकते। बल्कि वे स्वयं पैदा किए जाते हैं। अल्लाह ने उन्हें अनस्तित्व से अस्तित्व प्रदान किया है। वे अपने किसी हानि को दूर करने, या अपने लिए कोई लाभ प्राप्त करने की भी शक्ति नहीं रखते। वे न किसी जीवित को मार सकते और न किसी मृत को जीवित कर सकते। तथा वे मुर्दों को उनकी क़ब्रों से उठा भी नहीं सकते। info
التفاسير:

external-link copy
4 : 25

وَقَالَ الَّذِیْنَ كَفَرُوْۤا اِنْ هٰذَاۤ اِلَّاۤ اِفْكُ ١فْتَرٰىهُ وَاَعَانَهٗ عَلَیْهِ قَوْمٌ اٰخَرُوْنَ ۛۚ— فَقَدْ جَآءُوْ ظُلْمًا وَّزُوْرًا ۟ۚۛ

और अल्लाह एवं उसके रसूल के साथ कुफ़्र करने वालों ने कहा : यह क़ुरआन केवल एक झूठ है, जिसे मुह़म्मद ने गढ़ लिया है और झूठमूठ अल्लाह से संबद्ध कर दिया है। इसे गढ़ने में अन्य लोगों ने भी उसका साथ दिया है। निश्चय इन काफ़िरों ने एक असत्य बात गढ़ी है। क्योंकि क़ुरआन अल्लाह की वाणी है। कोई इनसान या जिन्न इस तरह की वाणी कदापि नहीं ला सकता। info
التفاسير:

external-link copy
5 : 25

وَقَالُوْۤا اَسَاطِیْرُ الْاَوَّلِیْنَ اكْتَتَبَهَا فَهِیَ تُمْلٰی عَلَیْهِ بُكْرَةً وَّاَصِیْلًا ۟

और इन क़ुरआन को झुठलाने वालों ने कहा : क़ुरआन पहले लोगों की कहानियाँ और उनकी लिखी हुई बे सिर पैर की बातें हैं। मुहम्मद ने उन्हें लिखवा लिया है और वही उनके सामने सुबह-शाम पढ़ी जाती हैं।. info
التفاسير:

external-link copy
6 : 25

قُلْ اَنْزَلَهُ الَّذِیْ یَعْلَمُ السِّرَّ فِی السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِ ؕ— اِنَّهٗ كَانَ غَفُوْرًا رَّحِیْمًا ۟

(ऐ रसूल!) इन झुठलाने वालों से कह दें : क़ुरआन को उस अल्लाह ने उतारा है, जो आकाशों और धरती की हर बात को जानता है। क़ुरआन गढ़ा हुआ नहीं है, जैसा कि तुमने दावा किया है। फिर उन्हें तौबा की प्रेरणा देते हुए कहा : अल्लाह अपने तौबा करने वाले बंदों को माफ़ करने वाला, उनपर दया करने वाला है। info
التفاسير:

external-link copy
7 : 25

وَقَالُوْا مَالِ هٰذَا الرَّسُوْلِ یَاْكُلُ الطَّعَامَ وَیَمْشِیْ فِی الْاَسْوَاقِ ؕ— لَوْلَاۤ اُنْزِلَ اِلَیْهِ مَلَكٌ فَیَكُوْنَ مَعَهٗ نَذِیْرًا ۟ۙ

नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को झुठलाने वाले मुश्रिकों ने कहा : यह व्यक्ति जो अल्लाह की ओर से रसूल होने का दावा करता है, इसे क्या है कि अन्य लोगों की तरह खाना खाता है और रोज़ी की तलाश में बाज़ारों में चलता-फिरता है? अल्लाह ने इसके साथ कोई फ़रिश्ता क्यों न उतारा, जो इसके साथ रहकर इसकी पुष्टि करता और इसका सहयोग करता? info
التفاسير:

external-link copy
8 : 25

اَوْ یُلْقٰۤی اِلَیْهِ كَنْزٌ اَوْ تَكُوْنُ لَهٗ جَنَّةٌ یَّاْكُلُ مِنْهَا ؕ— وَقَالَ الظّٰلِمُوْنَ اِنْ تَتَّبِعُوْنَ اِلَّا رَجُلًا مَّسْحُوْرًا ۟

या उसपर आकाश से कोई खज़ाना उतारा जाता, या उसके पास कोई बाग़ होता, जिसके वह फल खाता और रोज़ी की तलाश में बाज़ारों के चक्कर लगाने से बच जाता। तथा इन ज़ालिमों ने यह भी कहा : (ऐ मोमिनो!) तुम किसी रसूल का पालन नहीं करते। बल्कि एक ऐसे व्यक्ति का अनुसरण कर रहे हो, जो जादू के असर से विवेकहीन हो गया है। info
التفاسير:

external-link copy
9 : 25

اُنْظُرْ كَیْفَ ضَرَبُوْا لَكَ الْاَمْثَالَ فَضَلُّوْا فَلَا یَسْتَطِیْعُوْنَ سَبِیْلًا ۟۠

(ऐ रसूल!) उनका यह आश्चर्यजनक रवैया देखिए कि उन्होंने कैसे आपके बारे में झूठी और बेबुनियाद बातें की हैं। चुनाँचे कभी उन्होंने आपको जादूगर कहा, कभी कहा कि आप जादू से प्रभावित हैं तथा कभी आपको पागल और दीवाना कहा। यही कारण है कि वे सत्य से भटक गए और अब वे हिदायत का मार्ग नहीं अपना सकते, तथा आपकी सच्चाई और अमानतदारी पर वार करने का भी कोई रास्ता नहीं पा सकते। info
التفاسير:

external-link copy
10 : 25

تَبٰرَكَ الَّذِیْۤ اِنْ شَآءَ جَعَلَ لَكَ خَیْرًا مِّنْ ذٰلِكَ جَنّٰتٍ تَجْرِیْ مِنْ تَحْتِهَا الْاَنْهٰرُ ۙ— وَیَجْعَلْ لَّكَ قُصُوْرًا ۟

बहुत बरकत वाला है वह अल्लाह, जो यदि चाहे तो आपको उससे उत्तम चीज़ें प्रदान कर दे, जो उन्होंने आपके लिए प्रस्तावित किया है। इस प्रकार कि वह आपके लिए दुनिया में ऐसे बाग़ बना दे, जिनके महलों और पेड़ों के नीचे से नहरें बहती हों, जिनके आप फल खाएँ, और आपके लिए ऐसे महल बना दे, जिनमें आप सुख-सुविधा के साथ रहें। info
التفاسير:

external-link copy
11 : 25

بَلْ كَذَّبُوْا بِالسَّاعَةِ وَاَعْتَدْنَا لِمَنْ كَذَّبَ بِالسَّاعَةِ سَعِیْرًا ۟ۚ

उन्होंने ये बातें सत्य की खोज और प्रमाण की तलाश में नहीं कही हैं, बल्कि असल बात यह है कि उन्होंने क़ियामत के दिन को झुठलाया है। और हमने उस आदमी के लिए जो क़ियामत के दिन को झुठलाए, एक बहुत बड़ी अत्यंत भड़कती हुई आग तैयार कर रखी है। info
التفاسير:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• اتصاف الإله الحق بالخلق والنفع والإماتة والإحياء، وعجز الأصنام عن كل ذلك.
• सत्य पूज्य का पैदा करने, लाभ पहुँचाने, मृत्यु एवं जीवन देने के गुणों से परिपूर्ण होना, जबकि मूर्तियों का यह सब करने में अक्षम होना। info

• إثبات صفتي المغفرة والرحمة لله.
• अल्लाह के लिए 'क्षमा' एवं 'दया' के गुणों का प्रमाण। info

• الرسالة لا تستلزم انتفاء البشرية عن الرسول.
• पैगंबरी के लिए यह आवश्यक नहीं है कि पैगंबर मानव जाति में से नहीं होना चाहिए। info

• تواضع النبي صلى الله عليه وسلم حيث يعيش كما يعيش الناس.
• नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की विनम्रता कि आप वैसे ही रहते थे जैसे लोग रहते थे। info