የቅዱስ ቁርዓን ይዘት ትርጉም - የቁርአን አጭር ማብራርያ ትርጉም በሕንደኛ ቋንቋ

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31 : 2

وَعَلَّمَ اٰدَمَ الْاَسْمَآءَ كُلَّهَا ثُمَّ عَرَضَهُمْ عَلَی الْمَلٰٓىِٕكَةِ فَقَالَ اَنْۢبِـُٔوْنِیْ بِاَسْمَآءِ هٰۤؤُلَآءِ اِنْ كُنْتُمْ صٰدِقِیْنَ ۟

आदम अलैहिस्सलाम के स्थान (रुतबा) को स्पष्ट करने के लिए, अल्लाह तआला ने उन्हें सभी सजीव एवं निर्जीव वस्तुओं आदि के नाम अर्थात् उनके शब्द एवं अर्थ सिखा दिए। फिर उन वस्तुओं को फ़रिश्तों के सामने रखते हुए कहा : मुझे इनके नाम बताओ, यदि तुम अपने इस दावे में सच्चे हो कि तुम इस प्राणी से अधिक प्रतिष्ठित और उससे बेहतर हो!! info
التفاسير:
ከአንቀጾቹ የምንማራቸዉ ቁም ነገሮች:
• الواجب على المؤمن إذا خفيت عليه حكمة الله في بعض خلقه وأَمْرِهِ أن يسلِّم لله في خلقه وأَمْرِهِ.
• मोमिन का कर्तव्य यह है कि यदि अल्लाह की किसी रचना और आदेश में उसकी हिकमत उसपर गुप्त रह जाए, तो वह उसकी रचना और आदेश में अल्लाह के प्रति समर्पित हो जाए। info

• رَفَعَ القرآن الكريم منزلة العلم، وجعله سببًا للتفضيل بين الخلق.
• क़ुरआन ने इल्म (ज्ञान) की स्थिति को ऊँचा किया और उसे सृष्टि के बीच वरीयता का एक कारण बना दिया info

• الكِبْرُ هو رأس المعاصي، وأساس كل بلاء ينزل بالخلق، وهو أول معصية عُصِيَ الله بها.
• अहंकार अवज्ञा की जड़ है, और लोगों पर आने वाली हर विपत्ति का आधार है और यह पहली अवज्ञा (पाप) है, जिसके द्वारा अल्लाह की अवज्ञा की गई है। info