Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Қуръон Карим мухтасар тафсирининг ҳиндча таржимаси

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47 : 30

وَلَقَدْ اَرْسَلْنَا مِنْ قَبْلِكَ رُسُلًا اِلٰى قَوْمِهِمْ فَجَآءُوْهُمْ بِالْبَیِّنٰتِ فَانْتَقَمْنَا مِنَ الَّذِیْنَ اَجْرَمُوْا ؕ— وَكَانَ حَقًّا عَلَیْنَا نَصْرُ الْمُؤْمِنِیْنَ ۟

निश्चित रूप से हमने (ऐ रसूल) आपसे पहले कई रसूल उनकी जातियों की ओर भेजे।चुनाँचे वे उनके पास अपनी सच्चाई को दर्शाने वाले प्रमाणों और तर्कों के साथ आए। परंतु उन्होंने उसको झुठला दिया जो उनके रसूल उनके पाल लेकर आए थे। इसलिए हमने बुराई करने वालों से बदला लिया और उन्हें अपनी यातना से विनष्ट कर दिया, जबकि हमने रसूलों और उनपर विश्वास रखने वालों को विनाश से बचा लिया। मोमिनों को बचाना और उनकी मदद करना, एक अधिकार है जो हमने अपने ऊपर अनिवार्य कर लिया है। info
التفاسير:
Ушбу саҳифадаги оят фойдаларидан:
• إرسال الرياح، وإنزال المطر، وجريان السفن في البحر: نِعَم تستدعي أن نشكر الله عليها.
• हवाओं को भेजना, बारिश उतारना और समुद्र में नावों का चलना : ऐसी नेमतें हैं, जो इस बात की अपेक्षा करती हैं कि हम उनपर अल्लाह का शुक्रिया अदा करें। info

• إهلاك المجرمين ونصر المؤمنين سُنَّة إلهية.
• अत्याचारियों का विनाश करना तथा मोमिनों की मदद करना एक ईश्वरीय नियम है। info

• إنبات الأرض بعد جفافها دليل على البعث.
• धरती का उसके सूख जाने के बाद पौधे उगाना, मरणोपरांत पुनर्जीवन का प्रमाण है। info