قرآن کریم کے معانی کا ترجمہ - المختصر فی تفسیر القرآن الکریم کا ہندی ترجمہ

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177 : 26

اِذْ قَالَ لَهُمْ شُعَیْبٌ اَلَا تَتَّقُوْنَ ۟ۚ

जब उनके नबी शुऐब ने उनसे कहा : क्या तुम अल्लाह से डरते नहीं कि उसके भय से किसी को उसका साझी बनाना छोड़ दो?! info
التفاسير:
حالیہ صفحہ میں آیات کے فوائد:
• اللواط شذوذ عن الفطرة ومنكر عظيم.
• लिवात (गुदा-मैथुन) मानव प्रकृति का बिगाड़ (विकृति) और एक बड़ी बुराई है। info

• من الابتلاء للداعية أن يكون أهل بيته من أصحاب الكفر أو المعاصي.
• धर्म उपदेशक के लिए यह एक आज़माइश है कि उसके घर वाले कुफ़्र या पाप करने वाले लोगों में से हों। info

• العلاقات الأرضية ما لم يصحبها الإيمان، لا تنفع صاحبها إذا نزل العذاب.
• सांसारिक रिश्ते, जब तक ईमान के बंधन से बंधे हों, वे अज़ाब उतरने पर आदमी को कोई लाभ नहीं देते। info

• وجوب وفاء الكيل وحرمة التَّطْفِيف.
• पूरा-पूरा नाप-तौलकर देना ज़रूरी है और नाप-तौल में कमी करना हराम है। info