Kur'an-ı Kerim meal tercümesi - Muhtasar Kur'an-ı Kerim Tefsiri Hintçe Tercümesi

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100 : 17

قُلْ لَّوْ اَنْتُمْ تَمْلِكُوْنَ خَزَآىِٕنَ رَحْمَةِ رَبِّیْۤ اِذًا لَّاَمْسَكْتُمْ خَشْیَةَ الْاِنْفَاقِ ؕ— وَكَانَ الْاِنْسَانُ قَتُوْرًا ۟۠

(ऐ रसूल!) आप इन बहुदेववादियों से कह दीजिए : यदि तुम लोग मेरे पालनहार की दया के खज़ानों के मालिक होते, जो न घटते हैं और न समाप्त होते हैं, तो उस समय तुम उनके समाप्त होने के डर से उन्हें खर्च करने से रुक जाते ताकि तुम ग़रीब न हो जाओ। और यह मनुष्य के स्वभाव ही में है कि वह कंजूस (कृपण) है, परंतु यदि वह मोमिन है, तो अल्लाह के सवाब (पुण्य) की आशा में खर्च करता है। info
التفاسير:
Bu sayfadaki ayetlerin faydaları:
• الله تعالى هو المنفرد بالهداية والإضلال، فمن يهده فهو المهتدي على الحقيقة، ومن يضلله ويخذله فلا هادي له.
• केवल अल्लाह ही सीधा मार्ग दिखाने वाला और पथभ्रष्ट करने वाला है। अतः वह जिसे सीधा मार्ग दिखा दे, तो वह वास्तव में मार्गदर्शित है और जिसे वह पथभ्रष्ट कर दे और छोड़ दे, तो फिर उसके लिए कोई मार्गदर्शक नहीं है। info

• مأوى الكفار ومستقرهم ومقامهم جهنم، كلما سكنت نارها زادها الله نارًا تلتهب.
• काफिरों का स्थान और ठिकाना जहन्नम है। जब भी उसकी आग धीमी होगी, अल्लाह उसकी आग को और अधिक भड़का देगा। info

• وجوب الاعتصام بالله عند تهديد الطغاة والمُسْتَبدين.
• अत्याचारियों और तानाशाहों की धमकी के समय अल्लाह का आश्रय लेना चाहिए। info

• الطغاة والمُسْتَبدون يلجؤون إلى استخدام السلطة والقوة عندما يواجهون أهل الحق؛ لأنهم لا يستطيعون مواجهتهم بالحجة والبيان.
• अत्याचारी और निरंकुश लोग, सत्यवादियों का सामना करते समय सत्ता और बल के उपयोग का सहारा लेते हैं; क्योंकि वे तर्क और बयान के साथ उनका सामना नहीं कर सकते। info