Tradução dos significados do Nobre Qur’an. - Tradução indiana de interpretação abreviada do Nobre Alcorão.

external-link copy
50 : 15

وَاَنَّ عَذَابِیْ هُوَ الْعَذَابُ الْاَلِیْمُ ۟

और उन्हें बता दें कि मेरी यातना ही कष्टदायक यातना है। इसलिए वे मुझ से तौबा करें, ताकि मेरी क्षमा के भागीदार बन सकें और मेरी यातना से बच सकें। info
التفاسير:
Das notas do versículo nesta página:
• في الآيات دليل على تزاور المتقين واجتماعهم وحسن أدبهم فيما بينهم، في كون كل منهم مقابلًا للآخر لا مستدبرًا له.
• इन आयतों में इस बात का प्रमाण है कि सदाचारी लोग (जन्नत में) एक-दूसरे का दर्शन करने जाएँगे, आपस में मिलेंगे और यह शिष्टाचार बरतेंगे कि एक-दूसरे के आमने-सामने होकर बैठेंगे। कोई किसी की ओर पीठ नहीं करेगा। info

• ينبغي للعبد أن يكون قلبه دائمًا بين الخوف والرجاء، والرغبة والرهبة.
• बंदे को चाहिए कि उसका दिल हमेशा भय और आशा तथा चाहत और डर के बीच रहे। info

• سجد الملائكة لآدم كلهم أجمعون سجود تحية وتكريم إلا إبليس رفض وأبى.
• सभी फ़रिश्तों ने आदम अलैहिस्सलाम को अभिवादन और सम्मान के तौर पर सजदा किया, किंतु इबलीस ने इनकार कर दिया। info

• لا سلطان لإبليس على الذين هداهم الله واجتباهم واصطفاهم في أن يلقيهم في ذنب يمنعهم عفو الله.
• इबलीस उन लोगों को, जिन्हें अल्लाह ने सत्य मार्ग दिखाया और चुन लिया, ऐसे पाप में नहीं डाल सकता, जो क्षमा योग्य न हो। info