Traduzione dei Significati del Sacro Corano - Traduzione hindi dell'Abbreviata Esegesi del Nobile Corano

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18 : 2

صُمٌّۢ بُكْمٌ عُمْیٌ فَهُمْ لَا یَرْجِعُوْنَ ۟ۙ

वे बहरे हैं, सत्य को स्वीकार करने की नीयत से नहीं सुनते। वे गूँगे हैं, सत्य नहीं बोलते हैं। (वे) सत्य को देखने से अंधे हैं। इसलिए वे अपनी पथभ्रष्टता से वापस नहीं लौटते। info
التفاسير:
Alcuni insegnamenti da trarre da questi versi sono:
• أن الله تعالى يخذل المنافقين في أشد أحوالهم حاجة وأكثرها شدة؛ جزاء نفاقهم وإعراضهم عن الهدى.
• अल्लाह तआला मुनाफ़िक़ों (पाखंडियों) को, उनके निफ़ाक़ और हिदायत से मुँह मोड़ने की सज़ा के तौर पर, उनकी सबसे ज़रूरतमंद और सबसे गंभीर परिस्थितियों में असहाय छोड़ देगा। info

• من أعظم الأدلة على وجوب إفراد الله بالعبادة أنه تعالى هو الذي خلق لنا ما في الكون وجعله مسخَّرًا لنا.
• इबादत को एकमात्र अल्लाह के लिए विशिष्ट करने की अनिवार्यता के सबसे बड़े प्रमाणों में से एक यह है कि उसी महिमावान ने ब्रह्मांड में जो कुछ भी है हमारे लिए बनाया है और उसे हमारे अधीन किया है। info

• عجز الخلق عن الإتيان بمثل سورة من القرآن الكريم يدل على أنه تنزيل من حكيم عليم.
• मानव जाति का क़ुरआन जैसी एक सूरत भी लाने में असमर्थता, इस बात का प्रमाण है कि क़ुरआन एक पूर्ण हिकमत वाले, सब कुछ जानने वाले की ओर से अवतरित हुआ है। info