Traducción de los significados del Sagrado Corán - Traducción india de Al-Mujtasar de la Exégesis del Sagrado Corán

external-link copy
31 : 53

وَلِلّٰهِ مَا فِی السَّمٰوٰتِ وَمَا فِی الْاَرْضِ ۙ— لِیَجْزِیَ الَّذِیْنَ اَسَآءُوْا بِمَا عَمِلُوْا وَیَجْزِیَ الَّذِیْنَ اَحْسَنُوْا بِالْحُسْنٰی ۟ۚ

आकाशों की सारी चीज़ें और धरती की सारी चीज़ें अल्लाह ही की हैं, वही उनका मालिक, सृजनहार और प्रबंधन कर्ता है। ताकि अल्लाह दुनिया में बुराई करने वालों को वह सज़ा दे, जिसके वे योग्य हैं और अच्छे कार्य करने वाले मोमिनों को जन्नत प्रदान करे। info
التفاسير:
Beneficios de los versículos de esta página:
• انقسام الذنوب إلى كبائر وصغائر.
• पापों का बड़े और छोटे में विभाजित होना। info

• خطورة التقوُّل على الله بغير علم.
• बिना ज्ञान के अल्लाह के बारे में बोलने का ख़तरा। info

• النهي عن تزكية النفس.
• अपनी पवित्रता बयान करने से निषेध। info