Translation of the Meanings of the Noble Qur'an - Hindi translation - Azizul Haq Al-Omari

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26 : 75

كَلَّاۤ اِذَا بَلَغَتِ التَّرَاقِیَ ۟ۙ

कदापि नहीं[9], जब प्राण हँसलियों तक पहुँच जाएगा। info

9. अर्थात यह विचार सह़ीह़ नहीं कि मौत के पश्चात् सड़-गल जाएँगे और दोबारा जीवित नहीं किए जाएँगे। क्योंकि आत्मा रह जाती है, जो मौत के साथ ही अपने पालनहार की ओर चली जाती है।

التفاسير: