Übersetzung der Bedeutungen von dem heiligen Quran - Die Übersetzung in Hindi von Al-Mukhtasar - Eine Kurzfassung der Bedeutungen des edlen Qurans

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72 : 9

وَعَدَ اللّٰهُ الْمُؤْمِنِیْنَ وَالْمُؤْمِنٰتِ جَنّٰتٍ تَجْرِیْ مِنْ تَحْتِهَا الْاَنْهٰرُ خٰلِدِیْنَ فِیْهَا وَمَسٰكِنَ طَیِّبَةً فِیْ جَنّٰتِ عَدْنٍ ؕ— وَرِضْوَانٌ مِّنَ اللّٰهِ اَكْبَرُ ؕ— ذٰلِكَ هُوَ الْفَوْزُ الْعَظِیْمُ ۟۠

अल्लाह ने ईमान वाले पुरुषों तथा ईमान वाली स्त्रियों से वादा किया है कि वह क़ियामत के दिन उन्हें ऐसी जन्नतों में प्रवेश करेगा, जिनके महलों के नीचे से नहरें प्रवाहित होंगी, जहाँ वे हमेशा रहेंगे, उसमें न उन्हें कभी मौत आएगी और न उनकी नेमतें खत्म होंगी। तथा अल्लाह ने उनसे स्थायी बाग़ों में अच्छे आवासों में प्रवेश देने का वादा किया है। और उनपर अल्लाह की उतरने वाली प्रसन्नता, इन सबसे बढ़कर है। यही बदला, जिसका उल्लेख किया गया, बहुत बड़ी कामयाबी है, जिसके बराबर कोई कामयाबी नहीं हो सकती। info
التفاسير:
Die Nutzen der Versen in dieser Seite:
• سبب العذاب للكفار والمنافقين واحد في كل العصور، وهو إيثار الدّنيا على الآخرة والاستمتاع بها، وتكذيب الأنبياء والمكر والخديعة والغدر بهم.
• प्रत्येक युग में काफ़िरों और मुनाफ़िक़ों पर यातना उतरने का एक ही कारण रहा है, और वह है दुनिया को आख़िरत पर प्राथमिकता देना और उसका आनंद लेना, नबियों को झुठलाना और उनके साथ धोखा, छल और विश्वासघात करना। info

• إهلاك الأمم والأقوام الغابرة بسبب كفرهم وتكذيبهم الأنبياء فيه عظة وعبرة للمعتبر من العقلاء.
• पिछले समुदायों और जातियों को उनके कुफ़्र और नबियों को झुठलाने के कारण विनष्ट करने में, इबरत हासिल करने वाले बुद्धिमान के लिए एक पाठ और सीख है। info

• أهل الإيمان رجالًا ونساء أمة واحدة مترابطة متعاونة متناصرة، قلوبهم متحدة في التوادّ والتحابّ والتعاطف.
• ईमान वाले, पुरुष तथा स्त्री, सब एक उम्मत (समुदाय) हैं, जो परस्पर जुड़े हुए, आपस में एक-दूसरे के सहयोगी और सहायक हैं। उनके दिल एक-दूसरे से दोस्ती, प्रेम और सहानुभूति में एकजुट हैं। info

• رضا رب الأرض والسماوات أكبر من نعيم الجنات؛ لأن السعادة الروحانية أفضل من الجسمانية.
• आकाशों और धरती के पालनहार की प्रसन्नता जन्नत की नेमतों से भी बड़ी चीज़ है। क्योंकि आध्यात्मिक खुशी भौतिक खुशी से बेहतर है। info