Übersetzung der Bedeutungen von dem heiligen Quran - Die Übersetzung in Hindi von Al-Mukhtasar - Eine Kurzfassung der Bedeutungen des edlen Qurans

external-link copy
35 : 21

كُلُّ نَفْسٍ ذَآىِٕقَةُ الْمَوْتِ ؕ— وَنَبْلُوْكُمْ بِالشَّرِّ وَالْخَیْرِ فِتْنَةً ؕ— وَاِلَیْنَا تُرْجَعُوْنَ ۟

प्रत्येक प्राणी को, चाहे मोमिन हो या काफ़िर, इस दुनिया में मौत का स्वाद चखना है। और (ऐ लोगो!) हम दुनिया के जीवन में शरई कर्तव्यों का पाबंद बनाकर तथा नेमतों और विपत्तियों से ग्रस्त कर तुम्हारी आज़माइश करते हैं। फिर तुम अपनी मौत के बाद केवल हमारी ही ओर लौटाए जाओगे। फिर हम तुम्हें तुम्हारे कार्यों का बदला देंगे। info
التفاسير:
Die Nutzen der Versen in dieser Seite:
• تنزيه الله عن الولد.
• अल्लाह को संतान से पवित्र ठहराना। info

• منزلة الملائكة عند الله أنهم عباد خلقهم لطاعته، لا يوصفون بالذكورة ولا الأنوثة، بل عباد مكرمون.
• अल्लाह के पास फ़रिश्तों का स्थान यह है कि वे उसके बंदे हैं, जिन्हें उसने अपनी आज्ञा का पालन करने के लिए पैदा किया है, उन्हें पुरुषत्व या स्त्रीत्व के साथ वर्णित नहीं किया जाएगा, बल्कि वे अल्लाह के सम्मानित बंदे हैं। info

• خُلِقت السماوات والأرض وفق سُنَّة التدرج، فقد خُلِقتا مُلْتزِقتين، ثم فُصِل بينهما.
• आकाश और धरती अल्लाह के 'चरण–दर–चरण' नियम के अनुसार पैदा किए गए हैं। चुनाँचे वे (पहले) आपस में मिले हुए पैदा किए गए थे, फिर दोनों को अलग किया गया। info

• الابتلاء كما يكون بالشر يكون بالخير.
• आज़माइश बुराई तथा भलाई दोनों से होती है। info