Übersetzung der Bedeutungen von dem heiligen Quran - Die Übersetzung in Hindi von Al-Mukhtasar - Eine Kurzfassung der Bedeutungen des edlen Qurans

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11 : 12

قَالُوْا یٰۤاَبَانَا مَا لَكَ لَا تَاْمَنَّا عَلٰی یُوْسُفَ وَاِنَّا لَهٗ لَنٰصِحُوْنَ ۟

और जब वे लोग यूसुफ़ अलैहिस्सलाम को दूर करने (हटाने) पर सहमत हो गए, तो उन्होंने अपने पिता याकूब से कहा : ऐ हमारे पिता! आप यूसुफ़ के संबंध में हमपर विश्वास क्यों नहीं करते? जबकि उसके प्रति हमारा रवैया स्नेहपूर्ण रहता है, हम हर कष्ट से उसे बचाते हैं। और जब तक वह आपके पास सुरक्षित रूप से वापस नहीं आ जाता है, तब तक हम उसकी रक्षा करने और उसकी देखभाल करने में उसके प्रति शुभचिंतक हैं। फिर आपको उसे हमारे साथ भेजने से कौन-सी चीज़ रोक रही है? info
التفاسير:
Die Nutzen der Versen in dieser Seite:
• ثبوت الرؤيا شرعًا، وجواز تعبيرها.
• शरई दृष्टिकोण से स्वप्न का सबूत और उसकी व्याख्या करने की वैधता। info

• مشروعية كتمان بعض الحقائق إن ترتب على إظهارها شيءٌ من الأذى.
• कुछ तथ्यों को छिपाने की वैधता, यदि उनके प्रकटीकरण पर किसी नुकसान का डर हो। info

• بيان فضل ذرية آل إبراهيم واصطفائهم على الناس بالنبوة.
• इबराहीम अलैहिस्सलाम की संतान की श्रेष्ठता और उन्हें लोगों पर नुबुव्वत के लिए चुन लेने का वर्णन। info

• الميل إلى أحد الأبناء بالحب يورث العداوة والحسد بين الإِخوة.
• प्यार के साथ किसी एक बेटे की ओर झुकाव भाइयों के बीच दुश्मनी और ईर्ष्या पैदा करती है। info