ऐ लोगो जो अल्लाह और उसके रसूल पर ईमान लाए हो! अपने ऊपर अनिवार्य अल्लाह के अधिकारों का निष्पादन करो उसके द्वारा उसकी प्रसन्नता तलाश करते हुए, तथा न्याय के गवाह बनो, अन्याय के नहीं। किसी जाति की शत्रुता तुम्हें न्याय को त्यागने के लिए प्रेरित न करे। क्योंकि न्याय करना मित्र और शत्रु दोनों के साथ आवश्यक है। इसलिए उन दोनों के साथ न्याय करो। क्योंकि न्याय अल्लाह से डरने के अधिक निकट है, और अन्याय अल्लाह के विरुद्ध दुस्साहस के अधिक निकट है। तथा अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसकी मना की हुई बातों से बचकर, उससे डरो। तुम जो कुछ भी करते हो, अल्लाह को उसकी पूरी ख़बर है। तुम्हारे कर्मों में से कुछ भी उससे छिपा नहीं है, और वह तुम्हें उसका प्रतिफल देगा।
التفاسير:
من فوائد الآيات في هذه الصفحة:
• الأصل في الطهارة هو استعمال الماء بالوضوء من الحدث الأصغر، والغسل من الحدث الأكبر.
• शुद्धिकरण (तहारत) में मूल नियम यह है कि 'हदस-ए-असग़र' से वज़ू करने, तथा 'हदस-ए-अकबर' से स्नान करने के लिए पानी का उपयोग किया जाए।
• في حال تعذر الحصول على الماء، أو تعذّر استعماله لمرض مانع أو برد قارس، يشرع التيمم (بالتراب) لرفع حكم الحدث (الأصغر أو الأكبر).
• पानी की प्राप्ति संभव न होने, या किसी बाधक बीमारी या गंभीर सर्दी के कारण उसका उपयोग करना संभव न होने की स्थिति में, 'हदस-ए-असग़र' अथवा 'अकबर' के हुक्म को दूर करने के लिए मिट्टी से तयम्मुम करना धर्मसंगत है।
• الأمر بتوخي العدل واجتناب الجور حتى في معاملة المخالفين.
• उल्लंघन करने वालों से निपटने में भी न्याय का पालन करने और अन्याय से बचने का आदेश।