ترجمة معاني القرآن الكريم - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم

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146 : 3

وَكَاَیِّنْ مِّنْ نَّبِیٍّ قٰتَلَ ۙ— مَعَهٗ رِبِّیُّوْنَ كَثِیْرٌ ۚ— فَمَا وَهَنُوْا لِمَاۤ اَصَابَهُمْ فِیْ سَبِیْلِ اللّٰهِ وَمَا ضَعُفُوْا وَمَا اسْتَكَانُوْا ؕ— وَاللّٰهُ یُحِبُّ الصّٰبِرِیْنَ ۟

और अल्लाह के नबियों में से कितने ही नबी ऐसे हैं, जिनके साथ मिलकर उनके अनुयायियों में से अनेक समूहों ने लड़ाई लड़ी। तो वे अल्लाह के रास्ते में पहुँचने वाली हत्या और घाव के कारण जिहाद से कायर नहीं हुए और न वे दुश्मन से लड़ने में कमज़ोर पड़े और न उनके सामने घुटने टेके। बल्कि उन्होंने धैर्य से काम लिया और डटे रहे। और अल्लाह अपने रास्ते में कष्टों और कठिनाइयों पर धैर्य से काम लेने वालों से प्रेम करता है। info
التفاسير:
من فوائد الآيات في هذه الصفحة:
• الابتلاء سُنَّة إلهية يتميز بها المجاهدون الصادقون الصابرون من غيرهم.
• परीक्षण, एक ईश्वरीय परंपरा है जिसके द्वारा धैर्य से काम लेने वाले सच्चे मुजाहिदीन अन्य लोगों से उत्कृष्ट होते हैं। info

• يجب ألا يرتبط الجهاد في سبيل الله والدعوة إليه بأحد من البشر مهما علا قدره ومقامه.
• अल्लाह के रास्ते में जिहाद करना तथा उसके लिए आह्वान करना, किसी भी इंसान से संबंधित नहीं होना चाहिए, चाहे उसकी प्रतिष्ठा और स्थान कितना भी सर्वोच्च हो। info

• أعمار الناس وآجالهم ثابتة عند الله تعالى، لا يزيدها الحرص على الحياة، ولا ينقصها الإقدام والشجاعة.
• लोगों की आयु और उनकी समय सीमा अल्लाह सर्वशक्तिमान के निकट तयशुदा है। जीवन के लिए चिंता उसे बढ़ाती नहीं है, और न अग्रसरता और बहादुरी उसे कम करती है। info

• تختلف مقاصد الناس ونياتهم، فمنهم من يريد ثواب الله، ومنهم من يريد الدنيا، وكلٌّ سيُجازَى على نيَّته وعمله.
• लोगों के उद्देश्य और इरादे विभिन्न होते हैं। कोई अल्लाह का प्रतिफल चाहता है, तो कोई दुनिया चाहता है। और प्रत्येक को उसके इरादे और कर्म के अनुसार बदला दिया जाएगा। info