ترجمة معاني القرآن الكريم - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم

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137 : 3

قَدْ خَلَتْ مِنْ قَبْلِكُمْ سُنَنٌ ۙ— فَسِیْرُوْا فِی الْاَرْضِ فَانْظُرُوْا كَیْفَ كَانَ عَاقِبَةُ الْمُكَذِّبِیْنَ ۟

जब उहुद के दिन मोमिनों को उनपर उतरने वाली विपदा के द्वारा आज़माया गया, तो अल्लाह ने उन्हें सांत्वना देते हुए फ़रमाया : तुमसे पूर्व भी काफिरों के विनाश किए जाने तथा मोमिनों की परीक्षा के पश्चात उन का अंत सुमंगल होने के कई ईश्वरीय परंपराएं गुज़र चुकी हैं। अतः तुम धरती में चलो-फिरो और सीख प्राप्त करते हुए देखो कि अल्लाह और उसके रसूल को झुठलाने वालों का अंत कैसे हुआ। उनके घर उजड़ गए और उनका राज्य समाप्त हो गया। info
التفاسير:
من فوائد الآيات في هذه الصفحة:
• الترغيب في المسارعة إلى عمل الصالحات اغتنامًا للأوقات، ومبادرة للطاعات قبل فواتها.
• अवसरों का लाभ उठाते हुए और नेकियों का समय निकलने से पूर्व उनमें पहल करते हुए, अच्छे कार्यों के लिए जल्दी करने के लिए प्रोत्साहित करना। info

• من صفات المتقين التي يستحقون بها دخول الجنة: الإنفاق في كل حال، وكظم الغيظ، والعفو عن الناس، والإحسان إلى الخلق.
• मुत्तक़ियों के कुछ गुण जिनके कारण वे स्वर्ग में प्रवेश करने के पात्र होंगे, ये हैं : हर हाल में खर्च करना, क्रोध पी जाना, लोगों को क्षमा कर देना और मख़लूक के साथ भलाई करना। info

• النظر في أحوال الأمم السابقة من أعظم ما يورث العبرة والعظة لمن كان له قلب يعقل به.
• पिछले समुदायों की स्थितियों में मननचिंतन करना, समझ-बूझ वाला दिल रखने वाले के लिए, शिक्षा व सीख के महान कारणों में से है। info