ترجمة معاني القرآن الكريم - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم

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78 : 21

وَدَاوٗدَ وَسُلَیْمٰنَ اِذْ یَحْكُمٰنِ فِی الْحَرْثِ اِذْ نَفَشَتْ فِیْهِ غَنَمُ الْقَوْمِ ۚ— وَكُنَّا لِحُكْمِهِمْ شٰهِدِیْنَ ۟ۙ

और (ऐ रसूल!) दाऊद और उनके बेटे सुलैमान अलैहिमस्सलाम की कहानी को याद करें, जब दोनों, दो झगड़ने वालों के मामले में फ़ैसला कर रहे थे, जो उनके पास आए थे। मामला यह था एक व्यक्ति की बकरियों ने रात को दूसरे व्यक्ति के खेत में घुसकर नुक़सान कर दिया था। और हम दाऊद और सुलैमान के फ़ैसले को देख रहे थे। उनके फैसले से कुछ भी हमारी निगाहों से ओझल नहीं था। info
التفاسير:
من فوائد الآيات في هذه الصفحة:
• فعل الخير والصلاة والزكاة، مما اتفقت عليه الشرائع السماوية.
• अच्छा कार्य करना, नमाज़ पढ़ना और ज़कात देना, ऐसे कार्य हैं, जिनपर आसमानी शरीयतें सहमत हैं। info

• ارتكاب الفواحش سبب في وقوع العذاب المُسْتَأْصِل.
• अश्लील (अनैतिक) कार्य करना विनाशकारी यातना के आने का कारण है। info

• الصلاح سبب في الدخول في رحمة الله.
• धर्म-परायणता अल्लाह की दया में दाखिल होने का कारण है। info

• الدعاء سبب في النجاة من الكروب.
• दुआ, संकट से मुक्ति का कारण है। info