《古兰经》译解 - 印地语古兰经简明注释。

अल्-मसद

每章的意义:
بيان خسران أبي لهب وزوجه.
अबू लहब और उसकी पत्नी की हानि का वर्णन। info

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1 : 111

تَبَّتْ یَدَاۤ اَبِیْ لَهَبٍ وَّتَبَّ ۟ؕ

नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के चाचा अबू लहब बिन अब्दुल मुत्तलिब के सारे अमल बर्बाद होने के कारण, उसके दोनों हाथ क्षतिग्रस्त हो जाएँ; क्योंकि वह नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को कष्ट पहुँचाया करता था, तथा उसकी सारी कोशिश विफल हो गई। info
التفاسير:
这业中每段经文的优越:
• المفاصلة مع الكفار.
• काफ़िरों से अलगाव। info

• مقابلة النعم بالشكر.
• नेमतों के प्रति आभार प्रकट करना। info

• سورة المسد من دلائل النبوة؛ لأنها حكمت على أبي لهب بالموت كافرًا ومات بعد عشر سنين على ذلك.
• 'सूरतुल-मसद' नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के ईशदूतत्व (पैगंबरी) की निशानियों में से है, क्योंकि इसने अबू लहब के काफ़िर होने की अवस्था में मरने की सूचना दी, और उसकी दस साल बाद उसी अवस्था में मृत्यु हुई। info

• صِحَّة أنكحة الكفار.
• काफ़िरों के निकाह का सही (मान्य) होना। info