《古兰经》译解 - 印地语古兰经简明注释。

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42 : 10

وَمِنْهُمْ مَّنْ یَّسْتَمِعُوْنَ اِلَیْكَ ؕ— اَفَاَنْتَ تُسْمِعُ الصُّمَّ وَلَوْ كَانُوْا لَا یَعْقِلُوْنَ ۟

बहुदेववादियों में से कुछ लोग ऐसे हैं कि जब आप क़ुरआन पढ़ते हैं, तो वे (ऐ रसूल!) आपकी ओर कान लगा लेते हैं, परंतु मानने और पालन करने के उद्देश्य से नहीं। तो क्या आप उन लोगों को सुना सकते हैं, जिनसे सुनने की शक्ति छीन ली गई है?! इसी प्रकार आप इन लोगों को सीधा मार्ग नहीं दिखा सकते, जो सत्य को सुनने से बहरे हैं। अतः वे उसे समझते नहीं हैं। info
التفاسير:
这业中每段经文的优越:
• الهادي إلى الحق هداية التوفيق هو الله وحده دون ما سواه.
• सत्य की ओर मार्गदर्शन की तौफीक़ प्रदान करने वाला एकमात्र अल्लाह है, उसके सिवा कोई और नहीं। info

• الحث على تطلب الأدلة والبراهين والهدايات للوصول للعلم والحق وترك الوهم والظن.
• ज्ञान और सत्य तक पहुँचने के लिए साक्ष्यों एवं प्रमाणों तथा मार्गदर्शन तलब करने और भ्रम तथा अनुमान को त्यागने का आग्रह करना। info

• ليس في مقدور أحد أن يأتي ولو بآية مثل القرآن الكريم إلى يوم القيامة.
• क़ियामत के दिन तक कोई भी व्यक्ति क़ुरआन की तरह एक आयत भी नहीं ला सकता। info

• سفه المشركين وتكذيبهم بما لم يفهموه ويتدبروه.
• बहुदेववादियों की मूर्खता और उनका उस चीज़ को झुठलाना, जो उनकी समझ में नहीं आई और जिसपर उन्होंने सोच-विचार नहीं किया। info