పవిత్ర ఖురాన్ యొక్క భావార్థాల అనువాదం - హిందీ అనువాదం - అల్ ఖుర్ఆన్ అల్ కరీమ్ యొక్క సంక్షిప్త తఫ్సీర్ వ్యాఖ్యానం

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33 : 37

فَاِنَّهُمْ یَوْمَىِٕذٍ فِی الْعَذَابِ مُشْتَرِكُوْنَ ۟

क़ियामत के दिन अनुसरण करने वाले और जिनका वे अनुसरण करते थे, सब के सब यातना में सहभागी होंगे। info
التفاسير:
ఈ పేజీలోని వచనాల ద్వారా లభించే ప్రయోజనాలు:
• سبب عذاب الكافرين: العمل المنكر؛ وهو الشرك والمعاصي.
• काफ़िरों की यातना का कारण : गलत कार्य है और वह बहुदेववाद और पाप है। info

• من نعيم أهل الجنة أنهم نعموا باجتماع بعضهم مع بعض، ومقابلة بعضهم مع بعض، وهذا من كمال السرور.
• जन्नतियों को प्राप्त होने वाली नेमतों में से एक उनका एक-दूसरे से मिलना और एक-दूसरे के आमने-सामने बैठना है। और यह एक पूर्ण खुशी है। info