د قرآن کریم د معناګانو ژباړه - هندي ژباړه - عزيز الحق عمري

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4 : 86

اِنْ كُلُّ نَفْسٍ لَّمَّا عَلَیْهَا حَافِظٌ ۟ؕ

प्रत्येक प्राणी पर एक निरीक्षक नियुक्त है।[1] info

1. (1-4) इनमें आकाश के तारों को इस बात की गवाही में लाया गया है कि ब्रह्मांड की कोई ऐसी वस्तु नहीं है, जो एक रक्षक के बिना अपने स्थान पर स्थित रह सकती है, और वह रक्षक स्वयं अल्लाह है।

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