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51 : 22

وَالَّذِیْنَ سَعَوْا فِیْۤ اٰیٰتِنَا مُعٰجِزِیْنَ اُولٰٓىِٕكَ اَصْحٰبُ الْجَحِیْمِ ۟

और जिन लोगों ने हमारी आयतों को झुठलाने के लिए दौड़-भाग की, यह अनुमान करते हुए कि वे अल्लाह को विवश कर देंगे और उससे बच निकलेंगे, इसलिए वह उन्हें अज़ाब नहीं दे सकेगा। यही लोग नरकवासी हैं, जो उसके साथ वैसे ही रहेंगे जैसे एक मित्र अपने मित्र के साथ रहता है। info
التفاسير:
ߟߝߊߙߌ ߟߎ߫ ߢߊ߬ߕߣߐ ߘߏ߫ ߞߐߜߍ ߣߌ߲߬ ߞߊ߲߬:
• استدراج الظالم حتى يتمادى في ظلمه سُنَّة إلهية.
• ज़ालिम को ढील देना, ताकि वह अपने ज़ुल्म में बढ़ता चला जाए, अल्लाह का एक नियम है। info

• حفظ الله لكتابه من التبديل والتحريف وصرف مكايد أعوان الشيطان عنه.
• अल्लाह अपनी किताब की परिवर्तन तथा विकृति से रक्षा करता है और शैतान के सहायकों की चालों को उससे फेर देता है। info

• النفاق وقسوة القلوب مرضان قاتلان.
• निफ़ाक़ (पाखंड) और दिल की कठोरता दो विनाशकारी रोग हैं। info

• الإيمان ثمرة للعلم، والخشوع والخضوع لأوامر الله ثمرة للإيمان.
• ईमान ज्ञान का फल है और अल्लाह के आदेशों के प्रति समर्पण ईमान का फल है। info