पवित्र कुरअानको अर्थको अनुवाद - हिन्दी अनुवाद : अजिजुल हक उमरी ।

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50 : 37

فَاَقْبَلَ بَعْضُهُمْ عَلٰی بَعْضٍ یَّتَسَآءَلُوْنَ ۟

फिर वे एक-दूसरे के सम्मुख होकर आपस में प्रश्न करेंगे। info
التفاسير: