വിശുദ്ധ ഖുർആൻ പരിഭാഷ - ഖുർആൻ സംക്ഷിപ്ത വിശദീകരണം - പരിഭാഷ (ഹിന്ദി)

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22 : 40

ذٰلِكَ بِاَنَّهُمْ كَانَتْ تَّاْتِیْهِمْ رُسُلُهُمْ بِالْبَیِّنٰتِ فَكَفَرُوْا فَاَخَذَهُمُ اللّٰهُ ؕ— اِنَّهٗ قَوِیٌّ شَدِیْدُ الْعِقَابِ ۟

यह यातना उन्हें इसलिए झेलनी पड़ी कि उनके पास अल्लाह के रसूल खुली निशानियाँ तथा शानदार तर्क लेकर आते रहे ,परन्तु उन्हेंने अल्लाह के साथ कुफ़्र किया तथा उसके रसूलों को झठलाया। तो अल्लाह ने उनकी शक्ति एवं कुव्वत के बावजूद उन्हें विनष्ट कर दिया। यक़ीनन अल्लाह उन लोगों को जिन्होंने कुफ़्र किया और उसके रसूलों को झुठलाया, कठोर सज़ा देने वाला, शक्तिशाली है। info
التفاسير:
ഈ പേജിലെ ആയത്തുകളിൽ നിന്നുള്ള പാഠങ്ങൾ:
• التذكير بيوم القيامة من أعظم الروادع عن المعاصي.
• क़ियामत के दिन की याद दिलाना पापों से रोकने के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है। info

• إحاطة علم الله بأعمال عباده؛ خَفِيَّة كانت أم ظاهرة.
• अल्लाह का ज्ञान उसके बंदों के खुले तथा छिपे सभी कर्मों को घेरे हुए है। info

• الأمر بالسير في الأرض للاتعاظ بحال المشركين الذين أهلكوا.
• धरती में चलने-फिरने का आदेश, ताकि उन मुश्रिकों के अंजाम से शिक्षा ग्रहण किया जाए, जो हलाक हो चुके हैं। info