ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - ಅಲ್-ಮುಖ್ತಸರ್ ಫಿ ತಫ್ಸೀರಿಲ್ ಕುರ್‌ಆನಿಲ್ ಕರೀಮ್ - ಹಿಂದಿ ಅನುವಾದ

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245 : 2

مَنْ ذَا الَّذِیْ یُقْرِضُ اللّٰهَ قَرْضًا حَسَنًا فَیُضٰعِفَهٗ لَهٗۤ اَضْعَافًا كَثِیْرَةً ؕ— وَاللّٰهُ یَقْبِضُ وَیَبْصُۜطُ ۪— وَاِلَیْهِ تُرْجَعُوْنَ ۟

वह कौन व्यक्ति है जो क़र्ज़ देने वाले का कार्य करे, चुनाँचे वह अच्छे इरादे और अच्छे मन के साथ अल्लाह के मार्ग में अपना धन ख़र्च करे, ताकि वह उसके पास बहुत अधिक गुना होकर वापस आए? अल्लाह अपनी हिकमत और न्याय के साथ जीविका, स्वास्थ्य और अन्य में (कभी) तंगी करता है, तथा (कभी) उन सब में विस्तार करता है। तथा आख़िरत में तुम उसी की ओर लौटाए जाओगे, फिर वह तुम्हें तुम्हारे कार्यों का बदला प्रदान करेगा। info
التفاسير:
ಈ ಪುಟದಲ್ಲಿರುವ ಶ್ಲೋಕಗಳ ಉಪಯೋಗಗಳು:
• الحث على المحافظة على الصلاة وأدائها تامة الأركان والشروط، فإن شق عليه صلَّى على ما تيسر له من الحال.
• नमाज़ की पाबंदी करने और उसे उसके पूरे अर्कान एवं शर्तों के साथ अदा करने पर बल देना, अगर यह उसके लिए मुश्किल है, तो उसके लिए जो भी स्थिति आसान हो उस तरह नमाज़ पढ़े। info

• رحمة الله تعالى بعباده ظاهرة، فقد بين لهم آياته أتم بيان للإفادة منها.
• अल्लाह की अपने बंदों पर दया बिल्कुल स्पष्ट है, क्योंकि उसने उनके लिए अपनी आयतों को सबसे पूर्ण तरीक़े से स्पष्ट किया है ताकि वे उनसे लाभ उठा सकें। info

• أن الله تعالى قد يبتلي بعض عباده فيضيِّق عليهم الرزق، ويبتلي آخرين بسعة الرزق، وله في ذلك الحكمة البالغة.
• अल्लाह तआला अपने कुछ बंदों को आज़माते हुए उनकी रोज़ी तंग कर देता है और कुछ दूसरों को रोज़ी के विस्तार के साथ आज़माता है। इसमें उसकी बहुत बड़ी हिकमत निहित है। info