Terjemahan makna Alquran Alkarim - Terjemahan Al-Mukhtaṣar fī Tafsīr Al-Qur`ān Al-Karīm ke bahasa Hindi

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5 : 63

وَاِذَا قِیْلَ لَهُمْ تَعَالَوْا یَسْتَغْفِرْ لَكُمْ رَسُوْلُ اللّٰهِ لَوَّوْا رُءُوْسَهُمْ وَرَاَیْتَهُمْ یَصُدُّوْنَ وَهُمْ مُّسْتَكْبِرُوْنَ ۟

और जब इन मुनाफ़िकों से कहा जाए : जो कुछ तुमसे हुआ उसके लिए माफ़ी मांगते हुए अल्लाह के रसूल के पास आओ, वह अल्लाह से तुम्हारे पापों के लिए क्षमा याचना करेंगे, तो वे मज़ाक उड़ाते हुए अपने सिर घुमा लेते हैं, और आप उन्हें देखेंगे कि सत्य को स्वीकार करने और उसका पालन करने से घमंड करते हुए, उससे मुँह मोड़ लेते हैं, जिसका उन्हें आदेश दिया गया था। info
التفاسير:
Beberapa Faedah Ayat-ayat di Halaman Ini:
• الإعراض عن النصح والتكبر من صفات المنافقين.
• नसीहत से मुँह फेरना और घमंड करना मुनाफ़िकों की विशेषता है। info

• من وسائل أعداء الدين الحصار الاقتصادي للمسلمين.
• इस्लाम के दुश्मनों का एक हथियार मुसलमानों की आर्थिक नाकाबंदी है। info

• خطر الأموال والأولاد إذا شغلت عن ذكر الله.
• धन और संतान की जोखिम, यदि वे अल्लाह के ज़िक्र से ग़ाफ़िल कर दें। info