Terjemahan makna Alquran Alkarim - Terjemahan Al-Mukhtaṣar fī Tafsīr Al-Qur`ān Al-Karīm ke bahasa Hindi

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58 : 10

قُلْ بِفَضْلِ اللّٰهِ وَبِرَحْمَتِهٖ فَبِذٰلِكَ فَلْیَفْرَحُوْا ؕ— هُوَ خَیْرٌ مِّمَّا یَجْمَعُوْنَ ۟

(ऐ रसूल!) आप लोगों से कह दें : मैं जो क़ुरआन तुम्हारे पास लेकर आया हूँ, वह अल्लाह की तरफ़ से तुमपर एक अनुकंपा और दया है। अतः अल्लाह ने इस क़ुरआन को उतारकर तुमपर जो अनुकंपा और दया की है, उसपर प्रसन्न हो, इनके सिवा किसी और बात पर नहीं। क्योंकि मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जो कुछ अपने पालनहार की तरफ़ से उनके पास लेकर आए हैं, वह दुनिया की उस नश्वर सामग्री से उत्तम है, जिसे वे इकट्ठा कर रहे हैं। info
التفاسير:
Beberapa Faedah Ayat-ayat di Halaman Ini:
• عظم ما ينتظر المشركين بالله من عذاب، حتى إنهم يتمنون دفعه بكل ما في الأرض، ولن يُقْبلَ منهم.
• उस यातना की भयंकरता, जो अल्लाह के साथ शिर्क करने वालों की प्रतीक्षा कर रही है, यहाँ तक कि वे धरती पर मौजूद सभी चीज़ों के द्वारा उसे हटाने की कामना करेंगे, परंतु वह उनसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। info

• القرآن شفاء للمؤمنين من أمراض الشهوات وأمراض الشبهات بما فيه من الهدايات والدلائل العقلية والنقلية.
• क़ुरआन ईमान वालों के लिए उसमें मौजूद मार्गदर्शन और बौद्धिक एवं धार्मिक प्रमाणों से वासनाओं और संदेहों के रोगों का उपचार है। info

• ينبغي للمؤمن أن يفرح بنعمة الإسلام والإيمان دون غيرهما من حطام الدنيا.
• मोमिन को चाहिए कि वह सांसारिक सामग्रियों के बजाय इस्लाम और ईमान की नेमत पर प्रसन्न हो। info

• دقة مراقبة الله لعباده وأعمالهم وخواطرهم ونياتهم.
• अल्लाह अपने बंदों तथा उनके कर्मों, विचारों और इरादों का सूक्ष्म निरीक्षण करता है। info