क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - हिंदी अनुवाद - अज़ीज़ुल हक़ उमरी

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5 : 87

فَجَعَلَهٗ غُثَآءً اَحْوٰی ۟ؕ

फिर उसे (सुखाकर) काले रंग का कूड़ा बना दिया।[2] info

2. (4-5) इन आयतों में बताया गया है कि प्रत्येक कार्य अनुक्रम से धीरे-धीरे होते हैं। धरती के पौधे धीरे-धीरे गुंजान और हरे-भरे होते हैं। ऐसे ही मानवीय योग्यताएँ भी धीरे-धीरे पूरी होती हैं।

التفاسير: