क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - हिंदी अनुवाद - अज़ीज़ुल हक़ उमरी

external-link copy
64 : 37

اِنَّهَا شَجَرَةٌ تَخْرُجُ فِیْۤ اَصْلِ الْجَحِیْمِ ۟ۙ

निःसंदेह वह ऐसा वृक्ष है, जो जहन्नम के तल में उगता है। info
التفاسير: