ترجمهٔ معانی قرآن کریم - ترجمه‌ى هندى کتاب مختصر در تفسير قرآن كريم

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156 : 26

وَلَا تَمَسُّوْهَا بِسُوْٓءٍ فَیَاْخُذَكُمْ عَذَابُ یَوْمٍ عَظِیْمٍ ۟

तथा तुम इसे हानि पहुँचाने जैसे कि हत्या करने या मारने-पीटने की नीयत से हाथ न लगाना, अन्यथा इसके कारण तुम्हें अल्लाह की ओर से ऐसी यातना आ पकड़ेगी जो तुम्हें नष्ट कर देगी एक ऐसे दिन में, जो उसमें तुमपर उतरने वाली विपत्ति के कारण बहुत भयानक होगा। info
التفاسير:
از فواید آیات این صفحه:
• توالي النعم مع الكفر استدراج للهلاك.
• कुफ़्र के बावजूद निरंतर नेमतों का मिलना, विनाश के लिए ढील (प्रलोभन) है। info

• التذكير بالنعم يُرتجى منه الإيمان والعودة إلى الله من العبد.
• नेमतों को याद दिलाने से यह आशा की जाती है कि बंदा ईमान ले आएगा और अल्लाह की तरफ़ लौट आएगा। info

• المعاصي هي سبب الفساد في الأرض.
• पाप ही धरती पर बिगाड़ का कारण है। info