আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী

আল-মায়িদাহ

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1 : 5

یٰۤاَیُّهَا الَّذِیْنَ اٰمَنُوْۤا اَوْفُوْا بِالْعُقُوْدِ ؕ۬— اُحِلَّتْ لَكُمْ بَهِیْمَةُ الْاَنْعَامِ اِلَّا مَا یُتْلٰی عَلَیْكُمْ غَیْرَ مُحِلِّی الصَّیْدِ وَاَنْتُمْ حُرُمٌ ؕ— اِنَّ اللّٰهَ یَحْكُمُ مَا یُرِیْدُ ۟

१. हे ईमान राखणाऱ्यांनो! आपले वचन-करार पूर्ण करा. तुमच्यासाठी चार पायांचे पाळीव पशू हलाल (वैध) केले गेले आहेत, त्यांच्याखेरीज, जे वाचून तुम्हाला ऐकविले जात आहेत. परंतु एहरामच्या स्थितीत शिकार करू नका. निःसंशय अल्लाहने जे इच्छिले त्याचा आदेश देतो. info
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