আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী

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127 : 37

فَكَذَّبُوْهُ فَاِنَّهُمْ لَمُحْضَرُوْنَ ۟ۙ

१२७. परंतु जनसमूहाच्या लोकांनी त्यांना खोटे ठरविले, तेव्हा ते अवश्य (शिक्षा - यातनाग्रस्त अवस्थेत) हजर केले जातील. info
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