আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - আল-মুখতাচাৰ ফী তাফছীৰিল কোৰআনিল কাৰীমৰ হিন্দী অনুবাদ

अल्-अ़लक़

ছুৰাৰ উদ্দেশ্য:
الإنسان بين هدايته بالوحي وضلاله بالاستكبار والجهل.
मनुष्य वह़्य (प्रकाशना) के द्वारा अपने मार्गदर्शन तथा अहंकार और अज्ञानता द्वारा अपनी पथभ्रष्टता के बीच है। info

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1 : 96

اِقْرَاْ بِاسْمِ رَبِّكَ الَّذِیْ خَلَقَ ۟ۚ

(ऐ रसलू) अल्लाह आपकी ओर जो वह़्य कर रहा है, उसे अपने उस पालनहार के नाम से शुरू करते हुए पढ़िए, जिसने सभी प्राणियों को पैदा किया है। info
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2 : 96

خَلَقَ الْاِنْسَانَ مِنْ عَلَقٍ ۟ۚ

जिसने इनसान को एक जमे हुए रक्त के लोथड़े से पैदा किया, जो पहले पानी की बूँद था। info
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3 : 96

اِقْرَاْ وَرَبُّكَ الْاَكْرَمُ ۟ۙ

(ऐ रसलू) अल्लाह आपकी ओर जो वह़्य कर रहा है, उसे पढ़ें, और आपका पालनहार सबसे बड़ा उदार है, जिसकी उदारता की कोई उदार बराबरी नहीं कर सकता। क्योंकि वह बहुत उदारता और उपकार वाला है। info
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4 : 96

الَّذِیْ عَلَّمَ بِالْقَلَمِ ۟ۙ

जिसने क़लम से सुलेख और लिखना सिखाया। info
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5 : 96

عَلَّمَ الْاِنْسَانَ مَا لَمْ یَعْلَمْ ۟ؕ

उसने इनसान को वह कुछ सिखाया, जो वह नहीं जानता था। info
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6 : 96

كَلَّاۤ اِنَّ الْاِنْسَانَ لَیَطْغٰۤی ۟ۙ

वास्तव में, अबू जह्ल की तरह दुराचारी व्यक्ति अल्लाह की सीमाओं का उल्लंघन करने में हद को पार कर जाता है। info
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7 : 96

اَنْ رَّاٰهُ اسْتَغْنٰی ۟ؕ

इसलिए कि वह खुद को देखता है कि वह अपने पास मौजूद प्रतिष्ठा और धन के कारण बेनियाज़ हो गया है। info
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8 : 96

اِنَّ اِلٰی رَبِّكَ الرُّجْعٰی ۟ؕ

निश्चय (ऐ इनसान) क़ियामत के दिन तेरे रब ही की ओर वापस लौटना है। फिर वह हर एक को वह बदला देगा, जिसका वह हक़दार है। info
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9 : 96

اَرَءَیْتَ الَّذِیْ یَنْهٰی ۟ۙ

क्या आपने अबू जह्ल के मामले से अधिक आश्चर्यजनक कुछ देखा, जो रोकता है। info
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10 : 96

عَبْدًا اِذَا صَلّٰی ۟ؕ

हमारे बंदे मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को, जब वह काबा के पास नमाज़ पढ़ते हैं। info
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11 : 96

اَرَءَیْتَ اِنْ كَانَ عَلَی الْهُدٰۤی ۟ۙ

क्या आपने देखा कि यदि यह व्यक्ति जिसे रोका जा रहा है, अपने पालनहार की ओर से मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि पर है?! info
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12 : 96

اَوْ اَمَرَ بِالتَّقْوٰی ۟ؕ

या वह लोगों को अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसकी मना की हुई चीज़ों से बचकर उससे डरने का आदेश देता हो, क्या इस तरह के व्यक्ति को रोका जाना चाहिए?! info
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এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• رضا الله هو المقصد الأسمى.
अल्लाह तआला का अपने नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का सम्मान करते हुए आपके लिए आपके ज़िक्र को ऊँचा कर देना। info

• أهمية القراءة والكتابة في الإسلام.
• अल्लाह की प्रसन्नता ही सर्वोच्च लक्ष्य है। info

• خطر الغنى إذا جرّ إلى الكبر والبُعد عن الحق.
• इस्लाम में लिखने-पढ़ने का महत्व। info

• النهي عن المعروف صفة من صفات الكفر.
• संपन्नता का खतरा, अगर वह घमंड और सत्य से दूरी की ओर ले जाए। info

• إكرام الله تعالى نبيه صلى الله عليه وسلم بأن رفع له ذكره.
• भले काम से रोकना, कुफ़्र की विशेषताओं में से एक है। info