আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - আল-মুখতাচাৰ ফী তাফছীৰিল কোৰআনিল কাৰীমৰ হিন্দী অনুবাদ

external-link copy
55 : 56

فَشٰرِبُوْنَ شُرْبَ الْهِیْمِ ۟ؕ

फिर उसे बहुत ज़्यादा पीने वाले हो, जिस तरह न बुझने वाले प्यास के रोग से पीड़ित ऊँट पीता चला जाता है। info
التفاسير:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• دلالة الخلق الأول على سهولة البعث ظاهرة.
• दोबारा जीवित करके उठाने के आसान होने पर पहली बार पैदा करने का संकेत स्पष्ट है। info

• إنزال الماء وإنبات الأرض والنار التي ينتفع بها الناس نعم تقتضي من الناس شكرها لله، فالله قادر على سلبها متى شاء.
• बारिश बरसाना, धरती पर पौधे उगाना और आग जिससे लोग लाभ उठाते हैं, ऐसी नेमतें हैं, जो लोगों से यह अपेक्षा करती हैं कि वे उनपर अल्लाह का शुक्र अदा करें; क्योंकि अल्लाह जब चाहे उन्हें छीन लेने में सक्षम है। info

• الاعتقاد بأن للكواكب أثرًا في نزول المطر كُفْرٌ، وهو من عادات الجاهلية.
• यह मानना कि ग्रहों का बारिश के उतरने में कोई प्रभाव है, कुफ़्र है। और यह जाहिलिय्यत (पूर्व-इस्लामी युग) के रीति-रिवाजों में से एक है। info